सहसपुर क्षेत्र में श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल (Mahant Indiresh Hospital) ने लगाया अब तक का सबसे बड़ा स्वास्थ्य परीक्षण शिविर
- श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर में 2500 से अधिक लोगों ने कराई स्वास्थ्य की जांच
- श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय ने खुशहालपुर और लक्ष्मीपुर गांवों को लिया गोद
- सीनियर डॉक्टरों को अपने बीच पाकर खिले सहसपुरवासियों के चेहरे
- श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के कार्यों की प्रशंसा की
देहरादून/लोक संस्कृति
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के अन्तर्गत संचालित श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की ओर श्री गुरु राम राय इंटर कॉलेज, सहसपुर में निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में 2500 से अधिक लोगों ने स्वास्थ्य परीक्षण का लाभ उठाया। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की ओर से रोगियों को निःशुल्क दवाईयां वितरित की गईं। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की ओर से मरीज़ों की निःशुल्क ईसीजी, ब्लड शुगर, हिमोग्लोबिन व ब्लड प्रेशर जॉचें भी की गईं।
शिविर में सहसपुर, ढाकी, शंकरपुर, रामपुर, लक्ष्मीपुर, खुशहालपुर, प्रतीतपुर, छरबा, रामपुरकलां, अब्दुलापुर, सभावाला, माजरी, जस्सोवाला, सेंट्रल हॉपटाउन, सेलाकुई, राजावाला व विकासनगर आदि क्षेत्रवासियों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग कर शिविर का लाभ उठाया।
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय ने खुशहालपुर और लक्ष्मीपुर गांव को गोद लिया। दोनों गावों की ओर से ग्राम प्रधानों ने और विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव डॉ अजय कुमार खण्डूड़ी ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
यह सहसपुर के इतिहास में अब तक सबसे बड़ा स्वास्थ्य शिविर रहा जिसमें इतनी भारी तादाद में मरीज़ चिकित्सकीय परामर्श एवम् उपचार लेने के लिए पहुंचे।
शिविर की विशेष बात यह रही के कॉर्डियोलॉजी, कैंसर विभाग, आईवीएफ के सुपरस्पेशलिस्ट डॉक्टरों ने भी मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श दिए।
शनिवार को श्री गुरु राम राय इण्टर कॉलेज, सहसपुर में निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि विधायक सहसपुर सहदेव सिंह पुण्डीर, डॉ अजय कुमार खण्डूड़ी, कुलसचिव, श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय, डॉ प्रेरक मित्तल, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल और डॉ रविन्द्र सैनी, प्रधानाचार्य, एसजीआरआर इण्टर कॉलेज सहसपुर ने संयुक्त रूप से किया। मुख्य अतिथि सहदेव सिंह पुण्डीर ने कहा कि श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की ओर से सहसपुरवासियों के लिए यह उल्लेखनीय पहल है।
उन्होंने अस्पताल के सभी डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ व सहयोगी स्टाफ का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि शिविर के माध्यम से लोगों को भारी राहत मिली है। उन्होंने भविष्य में भी सहसपुर में इस प्रकार के शिविर आयोजित किए जाने की अपील की।
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अजय कुमार खण्डूड़ी ने कहा कि गरीब व जरूरतमंद मरीजों को दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सुवधिाएं पहुंचाने के लिए श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल कृतसंकल्पबद्ध है।
उन्होंने कहा कि अस्पताल के चेयरमैन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज का यह ध्येय है कि हर स्तर पर मानवता की सेवा की जाए व उत्तराखण्ड के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों सहित पहाड़ के दूरस्थ गावों तक स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुंचाया जाए। निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविरों का आयोजन इसी विचारधारा को वास्तविक स्वरूप देने का सकारात्मक प्रयास है।
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रेरक मित्तल ने श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की स्पेशलिटी व सुपर स्पेशलिटी सेवाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
कार्यक्रम में डॉ रविन्द्र सैनी, गणेश बिडालिया, प्रधानाचार्य, एसजीआरआर पब्लिक स्कूल, विकासनगर, प्रभात सिंह भण्डारी, प्रधानाचार्य, एसजीआरआर पब्लिक स्कूल, सहसपुर ने भी विचार व्यक्त किए। मंच संचालन डॉ वाणी ने किया।
शिविर में श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल कॉर्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सलिल गर्ग, कैंसर विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ पंकज कुमार गर्ग, आईवीएफ केन्द्र प्रभारी डॉ आकृति गुप्ता, मेडिसिन विभाग से वरिष्ठ फिजिशियन डॉ ए.एन. पाण्डे व डॉ नियाज अहमद, छाती एवम् श्वास रोग से डॉ संजीव कमार, स्त्री एवम् प्रसूति विभाग से डॉ किरन कुंवर व डॉ फिरोजा महक, नेत्र रोग विभाग से विभागाध्यक्ष डॉ तरन्नुम शकील व डॉ मोनिका जैन, नाक कान गला रोग विभाग से डॉ ऋषभ डोगरा व डॉ फात्मा अंजुम, दंत रोग विभाग से डॉ रिक चटर्जी, सर्जरी विभाग से डॉ प्रांजल ममगाईं व डॉ मोहम्मद फैसल, शिशु रोग विभाग से विभागाध्यक्ष डॉ उत्कर्ष शर्मा व डॉ शीबा, हड्डी रोग विभाग से डॉ बिलाल कलीम व डॉ अनुपम, मनोरोग विभाग से डॉ संजीव बनी पाणिग्रही व त्वचा रोग विभाग से विभागाध्यक्ष डॉ एस.डी.एस.रावत व डॉ चिदम्बरा ने रोगियों को चिकित्सकीय परामर्श दिए।
कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री गुरु राम राय इण्टर कॉलेज, सहसपुर के अध्यापकों, स्टाफ व छात्र-छात्राओं का विशेष सहयोग रहा।