“किसान तक” समिट में “देवभूमि की दिव्य खेती” विषय पर आधारित परिचर्चा में मंत्री जोशी ने किया प्रतिभाग

“किसान तक” समिट में “देवभूमि की दिव्य खेती” विषय पर आधारित परिचर्चा में मंत्री जोशी ने किया प्रतिभाग

नई दिल्ली/लोक संस्कृति

कृषि मंत्री गणेश जोशी ने आज नई दिल्ली में “इंडिया टुडे ग्रुप” द्वारा आयोजित “किसान तक” समिट में “देवभूमि की दिव्य खेती” विषय पर आधारित परिचर्चा में प्रतिभाग किया। इंडिया टुडे ग्रुप द्वारा आयोजित किसान तक सबमिट में देश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उपस्थित रहे।

किसान तक समिट में प्रदेश के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कुशल निर्देशन एवं नेतृत्व में भारतवर्ष के साथ-साथ उत्तराखण्ड राज्य में भी कृषि एवं औद्यानिक फसलों को बढ़ावा देते हुए कृषकों की आर्थिकी सुदृढ़ करने हेतु निरन्तर प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भी आभार जताते हुए कहा कि जिनके नेतृत्व में हमारा राज्य में कृषि और औद्यानिकी का समग्र विकास करते हुए कास्तकारों की आय में गुणात्मक वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं।

कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि देवभूमि की दिव्य खेती की दिव्यता इतनी ऐतिहासिक है कि पाण्डवों ने भी देवभूमि उत्तराखण्ड आकर मण्डुआ खाया था। उत्तराखण्ड राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों एवं कृषि जलवायु विभिन्न कृषि एवं औद्यानिक फसलों जैसे फल, सब्जी, मसाले, मशरूम व शहद उत्पादन के लिए अत्यधिक अनुकूल है। उन्होंने कहा कि किसान भाईयों के हित एवं उनकी आय को दौगुनी करने के उद्देश्य से स्टेट मिलेट मिशन, प्राकृतिक खेती, कृषि यंत्रीकरण, जीआई टैग, सूक्ष्य सिंचाई प्रणाली, कृषि ड्रोन जैसे अहम योजनाओं का क्रियान्यवन भी प्रदेश सरकार द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों की मांग और अधिक पैदावार को ध्यान में रखते हुए उत्तराखण्ड में क्लस्टर खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है।

कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रत्येक सेक्टर के प्रमुख गेम चेंजर कार्यों का चयन कर उन पर पॉलिसी निर्धारण का कार्य चल है। मिलेट फसलों के लिए स्टेट मिलेट पॉलिसी का ड्राफट तैयार कर दिया गया है, जिसमें कृषकों को खेती किये जाने के लिए प्रोत्साहन से लेकर उत्पादन, विधायन एवं विपणन का ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा कि सरकार क्लस्टर खेती को प्रोत्साहित कर रही है, जिससे संग्रहण एवं मार्केटिंग में समस्या ना होने पायें।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा किसानों की आर्थिक स्थिति सुधार किये जाने हेतु विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।

प्रधानमन्त्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत समस्त पात्र कृषकों को आच्छादित किया जा रहा है। करीब 07 लाख 80 हजार किसानों को करीब 2800 करोड़ की धनराशि अभी तक पीएम किसान सम्मान निधि के तहत प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि फसल बीमा योजना से समस्त कृषकों को लाभान्वित किये जाने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है।

कृषकों के उनके उत्पाद का उचित मूल्य प्राप्त हो सकें इस हेतु बायर सेलर मिट कराई जा रही है। जंगली जनवरों की समस्या के रोकथाम हेतु बायो फेन्सिंग, सोलर फेन्सिंग, आदि विकल्प को भी अपनाया जा रहा है। ग्राम पंचायत स्तर पर फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना कर प्रत्यके कृषक की पहुँच तक यंत्र लाये जा रहे है।

कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा परम्परागत फसलों को प्रोत्साहन तथा संवर्द्धन हेतु स्टेट मिलेट मिशन का संचालन किया जा रहा है। प्रदेश में पहली बार कृषकों के निकटतम स्थल पर क्रय केन्द्र खोलकर मण्डुवा फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर क्रय किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि सेब उत्पादन की दृष्टि से जम्मू-कश्मीर व हिमाचल प्रदेश के उपरान्त उत्तराखण्ड का स्थान है, हमारी सरकार ने सेब की अति सघन बागवानी योजना प्रारम्भ की है। राज्य सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती अन्तर्गत 1950 हेक्टेयर क्षेत्र में कार्य शुरु कर दिया है। कृषि ड्रोन अन्तर्गत महिला समूहो को प्रशिक्षण प्रदान कर ड्रोन वितरण किया जा रहा है। जैविक आउटलेट के माध्यम से विपणन सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।

उन्होंने कहा कि जैविक आउटलेट के माध्यम से विपणन सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्र में कृषि मुख्य स्वरोजगार का साधन है तथा कृषि मे नये नये नवोन्मेषी अपनाकर कृषकों को खेती किये जाने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार कृषि अर्थव्यवस्था में वृद्धि करने हेतु निरन्तर प्रयासरत है।

किसान तक सबमिट में कृषि मंत्री ने किसानों के साथ-साथ जवानों को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड कृषि के साथ-साथ सैन्य क्षेत्र में भी अग्रणी योगदान दे रहा है।