बदरीनाथ हाईवे पर अचानक भरभराकर पहाड़ के गिरने से बाल-बाल बचे भाजपा सांसद अनिल बलूनी, भागकर बचाई जान

बदरीनाथ हाईवे पर अचानक भरभराकर पहाड़ के गिरने से बाल-बाल बचे भाजपा सांसद अनिल बलूनी, भागकर बचाई जान

देवप्रयाग/लोक संस्कृति

लगातार भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने के बाद उत्तराखंड में मैदान से लेकर पहाड़ तक सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है। रास्तों और सड़कों पर एक डर का भी माहौल है। पता नहीं कब, कहां से कौन सी मुसीबत आ जाए। पौड़ी गढ़वाल से भाजपा सांसद अनिल बलूनी भी एक बड़े हादसे का शिकार होते-होते बच गए।

दरअसल बद्रीनाथ हाईवे पर दौरा कर रहे भारतीय जनता पार्टी के सांसद अनिल बलूनी बाल बाल बचे।

बता दें कि अचानक हाईवे पर पहाड़ भरभरा कर गिर पड़ा। इस दौरान सांसद बलूनी ने भाग कर अपनी जान बचाई। उन्होंने इस खौफनाक मंजर का वीडियो भी अपने एक्स हैंडल से साझा किया है।

गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी दिल्ली से अपने संसदीय क्षेत्र में हालातों का जायजा लेने के लिए पहुंचे। इसी कड़ी में एक बड़ा हादसा उस समय टल गया जब गढ़वाल लोकसभा सांसद अनिल बलूनी और देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हालचाल लेने देवप्रयाग जा रहे थे। जैसे ही अनिल बलूनी का काफिला देवप्रयाग के समीप पहुंचा, अचानक ऊपर से पूरी पहाड़ी का बड़ा हिस्सा भरभरा कर सड़क पर आ गिरा। सांसद अनिल बलूनी और देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी को इसके बाद पीछे भागना पड़ा।

देखते ही देखते भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर सड़क पर फैल गया। जिसके कारण इस मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह बाधित हो गई। इसके बाद इन दोनों जनप्रतिनिधियों को पैदल ही आगे मलबे को क्रॉस करना पड़ा।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पूरा मंजर कुछ ही सेकंड में घटित हुआ। जिस रास्ते से नेताओं का काफिला गुजर रहा था, उसी पर अचानक पहाड़ी दरकने लगी। देखते-देखते सड़क मलबे से पट गई। गनीमत रही कि किसी भी वाहन या व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ, वरना बड़ी अनहोनी हो सकती थी।

इस भूस्लखलन के खौफनाक मंजर को उन्होंने एक्स पर पोस्ट के जरिए शेयर किया। बलूनी ने बताया कि जब वे रास्ते से गुजर रहे थे, तभी अचानक पहाड़ी से तेजी से मलबा गिरने लगा। उन्होंने तुरंत अपनी गाड़ी रोकी और अन्य लोगों को पीछे हटने की सलाह दी। लेकिन भूस्खलन की तीव्रता इतनी अधिक थी कि स्वयं बलूनी को भी तेजी से पीछे की ओर भागना पड़ा। यह दृश्य न सिर्फ खतरनाक था, बल्कि उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा की गंभीरता को भी दर्शाता है।

गुरुवार को अनिल बलूनी ने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश साझा किया। उन्होंने कहा, “उत्तराखंड में इस वर्ष आई अतिवृष्टि और भूस्खलन ने गहरे घाव दिए हैं, जिन्हें भरने में समय लगेगा।” उन्होंने आपदा के दृश्य को ‘भयावह’ बताते हुए कहा कि यह प्रकृति का ऐसा रूप है जो आम जनजीवन को झकझोर कर रख देता हैं। अपने संदेश में सांसद ने बाबा केदारनाथ से सभी लोगों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और खुशहाली की प्रार्थना भी की। इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और उन कर्मचारियों की सराहना की जो कठिन परिस्थितियों में भी राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।

बता दें मौसम विभाग ने 18 सितंबर को राज्य के सभी जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। इन जिलों में पौड़ी, नैनीताल, देहरादून, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत में बारिश का अलर्ट है। 19 सितंबर और 20 सितंबर को भी बारिश का यही पैटर्न रहने का अनुमान है।

Ad