नंदानगर आपदा : चमोली में बादल फटने से भारी तबाही, मलबे में 6 मकान ढह गए, कई लोग लापता, रेस्क्यू जारी

नंदानगर आपदा : चमोली में बादल फटने से भारी तबाही, मलबे में 6 मकान ढह गए, कई लोग लापता, रेस्क्यू जारी

लोक संस्कृति डेस्क

उत्तराखंड में एक बार फिर बादल फटने से भारी तबाही हुई है। उत्तराखंड के चमोली में बुधवार रात नंदानगर के फाली कुंतरी सैंती कुंतरी भैंसवाड़ा और धुर्मा के ऊपर पहाड़ी पर बादल फटने से तबाही मची है।

फाली में भारी वर्षा के कारण मलबा आने से छह भवन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं और पांच लोग लापता हैं जबकि दो लोगों को बचा लिया गया है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं।

देहरादून के बाद अब उत्तराखंड के चमोली में बादल फटने की आफत आई है। एनडीआरएफ भी नंदप्रयाग के लिए गोचर से नंदप्रयाग के लिए रवाना हो गई।

सीएमओ ने बताया कि मेडिकल टीम, तीन 108 एंबुलेंस मौके पर रवाना कर दी गई है। देर रात अचानक आई आपदा से हर कोई स्तब्ध रह गया।

वहीं गुरुवार सुबह की कुछ तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं। इसमें नदी किनारे बना एक घर पूरी तरह से बर्बाद हो गया। वहीं पास में काफी मलबा पहाड़ों से बहकर जमा हो गया है। कुछ स्थानीय लोगों ऊंचे पहाड़ों से मलबा गिरने का दृश्य देखकर काफी परेशान और दुखी नजर आए।

इससे पहले मंगलवार को राजधानी देहरादून समेत राज्य के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश और बादल फटने की घटनाओं से भारी तबाही हुई। उफनती नदियों और नालों ने कई इमारतों, सड़कों और पुलों को अपने साथ बहा दिया। इस आपदा में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 16 लोग अब भी लापता हैं।

वहीं, राज्य के अलग-अलग हिस्सों में करीब 900 लोग फंसे हुए थे। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि अब तक लगभग 1,000 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को राज्य की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता क्षतिग्रस्त सड़कों और बिजली लाइनों की शीघ्र बहाली के साथ पुनर्वास कार्यों को गति देना है।

उन्होंने कहा कि बारिश और बादल फटने की घटनाओं के बाद प्रभावित क्षेत्रों में युद्धस्तर पर राहत और मरम्मत कार्य जारी हैं।

देहरादून में आई प्राकृतिक आपदा में 10 से अधिक सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हुए

आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि देहरादून में आई प्राकृतिक आपदा में 10 से अधिक सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनमें से कम से कम पांच पुल पूरी तरह बह गए हैं। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा नुकसान सहस्रधारा, प्रेमनगर, मसूरी, नरेन्द्र नगर, पौड़ी, पिथौरागढ़ और नैनीताल क्षेत्रों में हुआ है।

राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन एजेंसियां राहत व बचाव कार्यों में जुटी हैं, लेकिन लगातार हो रही बारिश के चलते चुनौती अभी भी बड़ी बनी हुई है। वहीं आज भी मौसम विभाग में बारिश का अलर्ट जारी किया है। जिसे देखते हुए एहतियातन देहरादून जिला प्रशासन ने स्कूलों में छुट्टी का आदेश जारी किया है।

जारी आदेश के अनुसार प्रदेश में बारिश के अलर्ट को देखते हुए जिला प्रशासन ने आज कक्षा 12वीं तक के स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने का निर्देश दिए हैं। साथ ही जिलाधिकारी ने संबंधित शैक्षणिक एवं प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे आवश्यकता की स्थिति में अपने-अपने कार्यालयों में उपस्थित रहें। साथ ही सभी को आपदा की स्थिति में समन्वय बनाए रखने को कहा गया है।

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