संकट मोचन : हनुमान जन्मोत्सव पर देश भर में धूम, बजरंगबली की पूजा-अर्चना करने से दूर होते हैं संकट, जीवन में आती है सुख शांति
लोक संस्कृति
आज पूरे देश भर में हनुमान जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। हनुमान जी को भी देश में कई नाम से जाना जाता है। अंजनी पुत्र, पवन पुत्र और बजरंगबली आदि के नाम से भी बुलाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह पर्व चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को आता है।
वैदिक पंचांग के अनुसार, चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 12 अप्रैल 2025 को सुबह 3 बजकर 21 मिनट पर होगी और इस तिथि का समापन 13 अप्रैल को सुबह 5 बजकर 51 मिनट पर होगा। हनुमानजी ब्रह्मचारी के रूप में पूजे जाते हैं। यह दिन भगवान हनुमान की आराधना और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष महत्व रखता है। हनुमान जयंती होने से बजरंगबली की भी कृपा आज कई राशियों पर बनी रहेगी।
हनुमान जयंती पर ऐसा संयोग बन रहा है कि शनि और चंद्रमा ग्रह एक-दूसरे से समसप्तक योग में रहेंगे। इसके साथ ही पांच ग्रहों का दुर्लभ संयोग भी है। इसमें शनि, बुध, शुक्र, राहु और सूर्य ग्रह शामिल रहेंगे, जबकि कल के दिन चंद्रमा का संचार दिन-रात कन्या राशि में रहने वाला है। हस्त उपरांत चित्रा नक्षत्र का भी प्रभाव रहेगा। इस वजह से वृषभ, कर्क, कन्या, वृश्चिक समेत मकर राशि के जातकों पर बजरंगबली की विशेष कृपा बनी रहेगी, जिससे इन राशियों के जातक कल के दिन विशेष रूप से भाग्यशाली रहेंगे।
इस शुभ अवसर पर बजरंगबली की भव्य आरती करना बहुत फलदायी माना जाता है। हनुमान जी शक्ति, भक्ति और सेवा के प्रतीक हैं। उनकी आरती में श्रद्धापूर्वक शामिल होने से भक्तों को मानसिक शांति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
मंदिरों में कहीं सुंदरकांड को कहीं हनुमान चालीसा का पाठ हो रहे हैं
हनुमान जयंती पर देश भर के हनुमान मंदिरों में कहीं सुंदरकांड को कहीं हनुमान चालीसा का पाठ शुरू हो गया है।
भक्त आज व्रत रखकर बाबा को मनाने का प्रयास करेंगे। मंदिरों में भोर होते ही भक्तों की भीड़ पवनपुत्र के दर्शन के लिए उमड़ना शुरू हो गई है। आज दिनभर कहीं भंडारे होंगे तो कहीं भजन-कीर्तन। हनुमान जयंती पर हर तरफ भक्ति की बयार बहेगी।
हनुमान जयंती पर भगवान को उनकी प्रिय चीजों का भोग जरूर लगाएं। भगवान हनुमान को बूंदी के लड्डू, बेसन के लड्डू, गुड़-चना, इमरती, जलेबी, केसर-भात, पान का बीड़ा, खीर आदि का भोग लगाया जाता है। हालांकि आज देश के कई राज्यों में मौसम भी खराब है। हर साल चैत्र महीने की पूर्णिमा को भगवान हनुमान जी का जन्मदिन मनाया जाता है, जिसे हम हनुमान जयंती के नाम से जानते हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन वानरराज केसरी और माता अंजना के घर हनुमान जी ने जन्म लिया था। भगवान हनुमान को राम भक्त, संकटमोचन, बजरंगबली और अंजनीपुत्र जैसे कई नामों से पुकारा जाता है। इस खास दिन पर लोग व्रत रखते हैं, मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हैं और हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं।
माना जाता है कि इस दिन श्रद्धा और भक्ति से पूजा करने से सारे दुख-दर्द दूर हो जाते हैं और जीवन में सुख-शांति आती है। हनुमान मंत्रों का जाप और आरती करना भी इस दिन विशेष फलदायक माना जाता है। हनुमान पूजा कोई भी स्त्री पुरुष कर सकते हैं। हनुमान जयंती पर एक विशेष उपाय करने से धन प्राप्ति के मार्ग मजबूत होता है। हनुमान जी पर जल चढ़ाने के बाद पंचामृत चढ़ाएं। तिल के तेल में नारंगी सिंदूर घोलकर चढ़ाएं। चमेली की खुश्बू या तेल चढ़ाएं। हनुमान जी को लाल पुष्प ही चढ़ाएं। आप गुड़ या गेहूं के आटा की रोटी और चूरमे का भोग भी लगा सकते हैं। साथ ही ‘मंत्र श्री राम भक्ताय हनुमते नमः’ का जाप करें।