उत्तराखंड मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सीएम धामी, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट समेत कई विधायक भी दिल्ली में डटे, हलचल तेज

उत्तराखंड मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सीएम धामी, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट समेत कई विधायक भी दिल्ली में डटे, हलचल तेज

देहरादून/लोक संस्कृति

उत्तराखंड में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर देहरादून से लेकर दिल्ली तक हलचल और तेज हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उत्तराखंड के भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट समेत राज्य के सभी पांचों सांसद दिल्ली में मौजूद हैं।

मंत्रिमंडल में खाली पांच स्थानों के दावेदार भाजपा विधायकों का जमावड़ा भी दिल्ली में लगा है। लगभग एक दर्जन विधायक अपने संपर्कों के सहारे अपनी दावेदारी को पुख्ता करने की कोशिश में दिल्ली पहुंचे हैं। इनमें देहरादून के दो, हरिद्वार के तीन और कुमाऊं क्षेत्र के कुछ विधायक शामिल हैं।

बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात भी होनी है। माना जा रहा है इस मुलाकात के बाद ही उत्तराखंड में मंत्रिमंडल विस्तार और कौन-कौन विधायक मंत्री पद की शपथ लेगी उसे पर मुहर लग जाएगी। ‌

सीएम के दिल्ली से लौटने के बाद उत्तराखंड में कैबिनेट विस्तार हो सकता है। दरअसल प्रेमचंद अग्रवाल की इस्तीफे के बाद धामी कैबिनेट में पांच मंत्री पद खाली है। जिनको भरे जाने की चर्चाएं लगातार सियासी गलियारों में बनी हुई है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के लिए समय मांगा है।

उत्तराखंड में वर्ष 2022 में भाजपा लगातार दूसरी बार सत्ता में आई थी और पुष्कर सिंह धामी सहित कुल नौ मंत्रियों ने शपथ ली थी।

संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार, उत्तराखंड के मंत्रिमंडल में अधिकतम 12 सदस्य हो सकते हैं। अप्रैल 2023 में समाज कल्याण एवं परिवहन मंत्री चंदन रामदास के निधन के बाद मंत्रिमंडल के सदस्यों की संख्या घटकर आठ रह गयी थी और अब प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद सिर्फ सात मंत्री रह गये हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटों की शादी में शामिल हुए।

बुधवार सुबह से ही उनका केंद्रीय नेताओं से मिलने का सिलसिला जारी है। मुख्यमंत्री इससे पहले भी जब दिल्ली गए थे उसे वक्त भी कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चा चल रही थी। मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हुआ। लेकिन इस बार जो माहौल बना है उसे देखते हुए जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार होने की पूरी संभावना है।