आर्किड फार्मिंग बनाएगी महिलाओं को आत्मनिर्भर
देहरादून/लोक संस्कृति
आर्किड उत्पादन ट्रेनिंग के आखिरी दिन आज किसानों को आर्किड उगाने व उसके रख-रखाव की जानकारी दी गई। यह ट्रेनिंग ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के आर्किड पाॅलीहाउस में आयोजित की गई।
ट्रेनिंग के दौरान विशेषज्ञों ने महिला किसानों को राइजो़म प्रोपोगेशन प्रक्रिया की मदद से कैटलिया प्रजाति के आर्किड लगाने का प्रशिक्षण दिया। दो दिवसीय ट्रेनिंग के समापन सत्र को आज डीन प्रोजेक्ट्स डा. प्रदीप कुमार शर्मा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि आर्किड की खेती महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मददगार साबित होगी।
बायोटेक्नोलाजी विभाग के प्रो. वी. पी. उनियाल ने किसानों से आर्किड फार्मिंग के प्रति लोगों को जागरूक करने का आह्वान किया। इस अवसर पर प्रमुख अन्वेषक व बायोटेक्नोलाजी विभाग की एचओडी डा. मनु पंत की पुस्तक एक्सप्लोरिंग मेडिसिनल आर्किड्स का विमोचन किया गया।
उत्तराखण्ड में आर्किड की खेती (फेज 2) की ट्रेनिंग का आयोजन डिपार्टमेण्ट आफ बायोटेक्नोलाजी और डिपार्टमेण्ट आफ मैनेजमेण्ट स्टडीज ने राज्य सरकार के उत्तराखण्ड जैव प्रौद्योगिकी परिषद के सहयोग से किया।