महिला अधिकारों पर केन्द्रित रहा ’लोक विधान’
देहरादून/लोक संस्कृति
ग्राफिक एरा में लोकविधान के नाम से आयोजित यूथ पार्लियामेण्ट में युवा सांसदों की कार्यवाही महिला अधिकारों पर केन्द्रित रही।
ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में अंतर्राजीय यूथ पार्लियामेण्ट लोकविधान का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न विश्वविद्यालयों के 252 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
आज ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. नरपिन्दर सिंह ने यूथ पार्लियामेण्ट के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए कहा कि युवा, समाज के वास्तुकार हैं। लोकविधान जैसे कार्यक्रम युवाओं में समाज का नेतृत्व करने, बेहतर नीतियां बनाने व न्याय के हित में फैसला लेने की क्षमता जागृत करते हैं।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि बाल विकास परियोजना अधिकारी, विकासनगर तरूणा चमोला ने कहा कि परिदृश्य के हिसाब से महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों का स्वरूप बदल जाता है। उन्होंने महिलाओं को देवी का रूप ने देकर आम इंसान की तरह समान अधिकार व सम्मान देने का आह्वान किया। दो दिवसीय लोकविधान के पहले दिन युवा विभिन्न बैठकों में संासद, मंत्री, नेता प्रतिपक्ष व अन्य भूमिकाएं निभाते नजर आये।
विभिन्न बैठकों में युवाओं ने बजट आवंटन में महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता देने, वैवाहिक सम्बन्धों में सहमति की अनिवार्यता व खेल नीतियों में सुधार करने का प्रस्ताव रखा। लोकविधान का आयोजन ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी की यूथ पार्लियामेण्ट सोसायटी ने किया।