लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी होंगे नए थल सेना अध्यक्ष, मनोज पांडे की लेंगे जगह, केंद्र सरकार ने लगाई मुहर
लोक संस्कृति डेस्क
मत्रिमंडल गठन के बाद केंद्र की मोदी सरकार ने पहली नियुक्ति थल सेना अध्यक्ष को लेकर की। लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी देश के नए थल सेना अध्यक्ष होंगे। वे मौजूदा सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे की जगह लेंगे। लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी 30 जून को पदभार संभालेंगे। इसी दिन मौजूदा सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे रिटायर हो रहे हैं।
रक्षा मंत्रालय ने इस बारे में जारी एक बयान में कहा, ‘सरकार ने वर्तमान सेना उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को अगला सेना प्रमुख बनाने का फैसला लिया है। उनकी नियुक्ति 30 जून से प्रभावी होगी। लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी परम विशिष्ट सेवा मेडल और अतिविशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित हैं।
द्विवेदी के बाद सबसे वरिष्ठ सैन्य अधिकारी लेफ्टि.जनरल अजय कुमार सिंह हैं जो दक्षिणी सैन्य कमान के कमांडर हैं। लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी 30वें सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालेंगे। इससे पहले वे सेना के वाइस चीफ, नॉर्दर्न आर्मी कमांडर, डीजी इन्फेंट्री और सेना में कई अन्य कमांड नियुक्तियों के रूप में देश की सेवा कर चुके हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी वर्तमान में वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के पद पर कार्यरत हैं।लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी का जन्म 1 जुलाई 1964 को हुआ था। लेफ्टिनेंट द्विवेदी ने सैनिक स्कूल रीवा, नेशनल डिफेंस कॉलेज और यूएस आर्मी वॉर कॉलेज से हुई है। उन्होंने डीएसएससी वेलिंगटन और आर्मी वॉर कॉलेज (महू) से भी कोर्स किया है।
इसके अलावा उन्हें यूएसएडब्ल्यूसी, कार्लिस्ले, अमेरिका में प्रतिष्ठित एनडीसी समकक्ष पाठ्यक्रम में ‘विशिष्ट फेलो’ से सम्मानित किया गया। उनके पास रक्षा और प्रबंधन अध्ययन में एम फिल और सामरिक अध्ययन और सैन्य विज्ञान में दो मास्टर डिग्री हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को सैन्य गतिविधियों में करीब 40 साल का अनुभव है। उन्हें 15 दिसंबर, 1984 को भारतीय सेना की इन्फैंट्री जम्मू और कश्मीर राइफल्स में कमीशन मिला था। अपनी लंबी और विशिष्ट सेवा के दौरान उन्होंने कई कमांड, स्टाफ और इंस्ट्रक्शनल में काम किया है।
लेफ्टिनेंट उपेंद्र द्विवेदी की कमांड नियुक्तियों में रेजिमेंट 18 जम्मू और कश्मीर राइफल्स, ब्रिगेड 26 सेक्टर असम राइफल्स, आईजी, असम राइफल्स (पूर्व) और 9 कोर की कमान भी शामिल हैं।