आस्था का सैलाब : हरिद्वार में सावन की शिवरात्रि और कांवड़ उत्सव के आखिरी दिन उमड़े लाखों श्रद्धालु-कांवड़िए

आस्था का सैलाब : हरिद्वार में सावन की शिवरात्रि और कांवड़ उत्सव के आखिरी दिन उमड़े लाखों श्रद्धालु-कांवड़िए

हरिद्वार/लोक संस्कृति

लगभग दो हफ्ते से चल रहे कांवड़ मेले में अब तक लगभग 4 करोड़ 10 लाख शिवभक्त आ चुके हैं। आज सावन की शिवरात्रि है और कांवड़ उत्सव का आखिरी दिन। हरिद्वार के विभिन्न घाटों में भगवा वस्त्र पहले कांवड़ियों का सैलाब देखा जा रहा है। श्रावण मास की शिवरात्रि पर जलाभिषेक को धर्मनगरी के शिवालयों में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।

श्रद्धालुओं ने कनखल स्थित दक्षेश्वर महादेव मंदिर समेत अन्य शिवालयों में जलाभिषेक कर भगवान भोलेनाथ से सुख समृद्धि की कामना की। यहां से रवाना होने के बाद कांवड़िये गंगा जल लेकर अपने-अपने शिव मंदिरों की ओर जा रहे हैं। महिलाएं, बुजुर्ग, बच्चे और युवा कांवड़िये बम-बम भोले का जयकारा लगा रहे हैं। सड़कें जाम हैं और कांवड़िये आ-जा रहे हैं, हर तरफ कांवड़ियों और पुलिस की सीटियों का शोर है। एसएसपी से लेकर डीएम हरिद्वार तक, सभी अपनी टीमों के साथ सड़कों पर नजर रख रहे हैं।

बाजार कांवड़ यात्रियोें से पैक हो गए। भीड़ के आगे हाईवे छोटा पड़ गया।हरकी पैड़ी क्षेत्र के मोती बाजार, विष्णु घाट, अपर रोड, खड़खड़ी आदि बाजार कांवड़ यात्रियों से पैक हो गए। भीड़ के चलते वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने खुद यातायात व्यवस्था की कमान संभाली और अधीनस्थों के साथ हाईवे पर यातायात सुचारू कराया।

सांध्यकालीन गंगा आरती के बाद भीड़ कम हुई। हरिद्वार से गंगा जल लेकर शिवरात्रि पर नीलकंठ महादेव मंदिर में जल चढ़ाने के लिए लाखों श्रद्धालु ऋषिकेश की ओर रवाना हुए। जिस कारण उत्तरी हरिद्वार में हाईवे पर जाम लगा रहा। सर्वानंद घाट, एआरटीओ तिराहा, सप्तऋषि फ्लाइओवर के ऊपर और नीचे कांवड़ यात्रियों की भीड़ के चलते पैदल निकलना भी मुहाल रहा। चंद किलोमीटर की दूर यात्रियों और स्थानीय निवासियों ने घंटों में तय की।

श्रद्धालुओं ने क्षेत्र के अलग-अलग शिवालयों में जलाभिषेक कर भगवान भोलेनाथ से सुख- समृद्धि की कामना की। सुबह चार बजे से दोपहर बाद तक शिवालियों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। शिवालय भोलेनाथ के जयकारों से गूंजते रहे।