आपदा का कहर : चमोली के थराली में बादल फटने से भारी तबाही, दो लोग लापता, कई गाड़ियां मलबे में दबी, रेस्क्यू जारी
चमोली/लोक संस्कृति
उत्तराखंड में एक बार फिर आपदा ने कहर बरपाया। चमोली जिले के थराली में शुक्रवार देर रात बादल फट गया। हादसा रात 12:30 बजे से 1 बजे के बीच हुआ।
भारी बारिश और मलबे के कारण एसडीएम आवास सहित कई घरों में मलबा घुस गया। कई गाड़ियां मलबे में दब गईं। तहसील परिसर में कुछ गाड़ियां भी मलबे में दबी हैं। सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। एक युवती समेत दो लोग लापता हैं।
एनडीआरएफ की टीम मौके के लिए रवाना हो चुकी है। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीमें बचाव कार्य में जुटी हैं। चमोली के डीएम संदीप तिवारी ने बताया कि थराली तहसील में कल रात बादल फटने से काफी नुकसान होने की आशंका है। बादल फटने से काफी मलबा आया है, जिससे एसडीएम आवास समेत कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
एसडीएम आवास में भी चार फीट मलबा भर गया है। एडीएम विवेक प्रकाश ने कहा कि थराली में बादल फटने की वजह से काफी नुक़सान हुआ है। मलबा आने से एक 20 वर्षीय युवती और एक बुजुर्ग लापता बताए जा रहे हैं। दोनों के मलबे में दबे होने की आशंका है। उनकी तलाश की जा रही है।
थराली व आसपास के इलाकों में भारी बारिश की वजह से मलबा आया है। चमोली पुलिस ने बताया कि बीती रात्रि थाना थराली क्षेत्र में हुई अतिवृष्टि से जनजीवन प्रभावित हुआ। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए थाना थराली पुलिस ने रात्रि में ही मुस्तैदी दिखाते हुए स्थानीय लोगो को सतर्क किया तथा घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने इस घटना को लेकर दुख जताया और आपदा प्रबंधन टीम को तत्काल प्रभावित लोगों की मदद के निर्देश दिए हैं।
सीएम धामी ने एक्स पर लिखा कि ‘जनपद चमोली के थराली क्षेत्र में देर रात बादल फटने की दुःखद सूचना प्राप्त हुई। जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, पुलिस मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं। इस संबंध में निरंतर स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं और स्वयं स्थिति की गहन निगरानी कर रहा हूं। ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं। बता दें कि पांच अगस्त को धराली में अचानक आई भीषण बाढ़ से धराली में कई होटल, मकान और होमस्टे जमींदोज हो गए थे। प्रशासन ने आपदा में 68 अन्य के लापता होने की पुष्टि की है। लापता लोगों में सेना के नौ जवानों के अलावा धराली गांव के आठ, आसपास के क्षेत्रों के पांच, टिहरी जिले का एक, बिहार के 13, उत्तर प्रदेश के छह, राजस्थान का एक और नेपाल के 25 नागरिक शामिल हैं।