धराली आपदा : धराली पहुंचे सीएम धामी ने लिया जायजा, रेस्क्यू अभियान जारी, चारों ओर तबाही का मंजर
उत्तरकाशी/लोक संस्कृति
बादल फटने और सैलाब की तबाही के बाद उत्तरकाशी के धराली में चारों ओर से मलबे और पानी में घिर गया है। रास्ते टूट चुके हैं, संपर्क कट चुका है, लेकिन राहत और बचाव की कोशिशें पूरी जी-जान से चल रही हैं।
भारतीय सेना, आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय लोग सभी एजेंसियां मिलकर हर जान को बचाने के लिए जी-जान से जुटी हैं। 50 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं। चार लोगों की मौत हो चुकी है। कल से लेकर अभी तक 130 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। टीमें बचाव कार्य में जुटी हैं।
उत्तरकाशी जिले के धराली में आई आपदा के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हवाई निरीक्षण किया। बताया जा रहा है कि सीएम धामी दो दिन उत्तरकाशी में कैंप करेंगे । आपदा की इस घड़ी में सीएम धामी ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। धराली आपदा से भारी त्रासदी हुई है, जिसके बाद सेना के साथ ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस राहत और रेस्क्यू कार्य में जुटी हुई है।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर धराली आपदा पर जानकारी ली। पीएम मोदी धराली आपदा पर नजर बनाए हुए हैं । पीएम नरेंद्र मोदी ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बातचीत कर उत्तरकाशी धराली क्षेत्र में आई प्राकृतिक आपदा व बचाव-राहत कार्यों की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने पीएम मोदी को बताया कि राज्य सरकार राहत-बचाव कार्यों में जुटी हुई है। वहीं प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कुछ क्षेत्रों में दिक्कतें आ रही हैं, लेकिन सभी संबंधित एजेंसियां आपसी समन्वय के साथ कार्य कर रही हैं, ताकि प्रभावित लोगों को त्वरित सहायता मिल सके।
पीएम नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
वहीं पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी में नदी के बढ़े जलस्तर व आसपास के क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। साथ ही सीएम धामी ने अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं।
सीएम धामी ने कहा कि कहा कि उत्तरकाशी धराली उत्तरकाशी में सभी एजेंसियां, विभाग राहत-बचाव कार्य में लगे हुए हैं। धराली में बीती रात 130 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया है। वहीं बाधित मार्गों को खोला जा रहा है । वहीं सीएम धामी ने प्रभावितों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
धराली में बादल फटने से जहां भारी तबाही हुई है, वहां पूरी जी-जान से रेस्क्यू चल रहा है। हालांकि कुछ टीमें रास्ते में फंसी हुई है क्योंकि भूस्खलन की वजह से रास्ते बंद है। लेकिन रास्ते को जल्द से जल्द खोलने की कोशिश की जा रही है।
आईटीबीपी के जवान हर कीमती जान को बचाने में लगे हैं। उत्तरकाशी में लगातार इस वक्त कई जगहों पर भारी बारिश हो रही है जिसकी वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी दिक्कत आ रही है। सड़कें भी खोलने में काफी परेशानी आ रही है क्योंकि बारिश की वजह से लगातार मलबा नीचे गिर रहा है।
उत्तरकाशी में गंगोत्री नेशनल हाईवे जगह-जगह लैंडस्लाइड और सैलाब की वजह से बंद
उत्तरकाशी में गंगोत्री नेशनल हाईवे जगह-जगह लैंडस्लाइड और सैलाब की वजह से बंद हो गया है। कई स्थानों पर सड़कें पूरी तरह बह चुकी हैं कहीं 100 मीटर, तो कहीं 200 मीटर तक रास्ता गायब है।
बीआरओ की टीम लगातार हाईवे को खोलने की कोशिश कर रही है, लेकिन तबाही का मंजर बेहद भयावह है। सीएम धामी ने एक पोस्ट में कहा कि उत्तरकाशी स्थित आपदा नियंत्रण कक्ष से वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों एवं सेना के प्रतिनिधियों के साथ राहत एवं बचाव कार्यों की गहन समीक्षा की एवं उन्हें राहत कार्यों को तीव्र गति से संचालित करने के निर्देश दिए। क्षेत्र में रेस्क्यू एवं मेडिकल कैंप्स की स्थापना कर दी गई है एवं प्रभावितों के लिए भोजन एवं आवश्यक सामग्री की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। सड़कों को खोलने, मोबाइल कनेक्टिविटी बहाल करने तथा राशन व आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने का कार्य तेजी से चल रहा है।
भारतीय वायुसेना के चिनूक व एमआई-17 हेलीकॉप्टर पूरी तरह से तैयार हैं, ताकि आवश्यकतानुसार शीघ्रतम उपयोग सुनिश्चित किया जा सके। हमारी सरकार राहत कार्यों को प्राथमिकता देते हुए प्रत्येक पीड़ित तक सहायता पहुंचाने हेतु प्रतिबद्ध है।
मंगलवार को बादल फटने के बाद गंगोत्री तीर्थयात्रियों के प्रमुख पड़ाव धराली गांव के बाजार-मकान, होटल बह गए खीर गंगा नदी में पहाड़ों से बहकर आए मलबे से बहे, सिर्फ 34 सेकेंड में ये बर्बादी हुई। हर्षिल में सेना के 8-10 जवान बादल फटने के बाद से लापता हैं।