संगम में स्नान जारी : महाकुंभ में भगदड़ के बाद अब स्थिति सामान्य, मरने वालों का आंकड़ा स्पष्ट नहीं

संगम में स्नान जारी : महाकुंभ में भगदड़ के बाद अब स्थिति सामान्य, मरने वालों का आंकड़ा स्पष्ट नहीं

विपक्षी नेताओं ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए

लोक संस्कृति डेस्क

प्रयागराज के महाकुंभ में बुधवार तड़के मची भगदड़ में मरने वालों की संख्या स्पष्ट नहीं हो पाई है। मरने वालों का आंकड़ा कोई 15 कोई 17 तो कोई कुछ और बता रहा है। हालांकि, प्रशासन ने मौत या घायलों की संख्या को लेकर कोई जानकारी नहीं दी है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से टेलीफोन पर चार बार बात करके हालत की जानकारी ली है।

कांग्रेस समेत कई विपक्षी नेताओं ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं। महाकुंभ मेला क्षेत्र में मची भगदड़ के बाद नेशनल सिक्योरिटी गार्ड ने मोर्चा संभाला। साथ ही सुरक्षाबलों की अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई हैं। महाकुंभ के लिए बनाए गए वॉर रूम में मुख्य सचिव, डीजीपी, एडीजी कानून व्यवस्था सहित अन्य अधिकारी मौजूद हैं। वहीं दूसरी ओर हालत सामान्य हो गए हैं और स्नान जारी है।

महाकुंभ का आज, बुधवार को 17वां दिन है। मौनी अमावस्या पर दूसरा अमृत स्नान जारी है। साधु-संत रथों और गाड़ियों में सवार हो कर अमृत स्नान के लिए संगम रवाना हो रहे हैं। रास्ते में पुलिस के जवान तैनात हैं। इससे पहले भोर में अखाड़ों के साधु-संत अमृत स्नान के लिए निकले थे। इस बीच, भगदड़ के बाद संगम पर हालात बेकाबू हो गए। प्रशासन ने तुरंत अखाड़ों से अपील की- स्नान के लिए न जाएं। इसके बाद अखाड़े के साधु-संत शिविर में लौट आए। साधु-संतों ने बैठक की। पहले तय हुआ कि अखाड़ों के साधु-संत मौनी अमावस्या पर स्नान नहीं करेंगे। अब स्थिति सामान्य है।

महाकुंभ मेले और प्रयागराज शहर में इस समय करीब 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु मौजूद हैं। वहीं, 28 जनवरी तक 19.94 करोड़ लोग महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं। प्रशासन की कोशिश है कि आसपास के घाटों पर स्नान करके श्रद्धालुओं को वापस किया जाए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है।

उन्होंने कहा कि श्रद्धालु संगम पर ही स्नान करने की न सोचें। गंगा हर जगह पवित्र है, वे जहां हैं उसी तट पर स्नान करें। उधर, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि वीआईपी कल्चर और सरकार की बदइंतजामी के कारण भगदड़ मची है।

मुख्यमंत्री ने मेला क्षेत्र में हुई भगदड़ पर कहा- श्रद्धालुओं के संगम नोज पर जाने से भारी दबाव बना हुआ है। रात एक-दो बजे के बीच अखाड़ मार्ग पर लगे बैरिकेड्स को फांदकर कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए है। उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया है। कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए हैं। वह लगातार डॉक्टरों निगरानी में हैं।

वहीं प्रशासन स्थानीय स्तर पर श्रद्धालुओं को सकुशल रूप से स्नान कराने में लगा हुआ है। श्रद्धालुओं सुचारू रूप से स्नान कर सके, इसके लिए डीजीपी, प्रमुख सचिव समेत कई बड़े अधिकारियों के साथ हाई लेवेल की मीटिंग चल रही है। प्रयागराज में हालात वर्तमान में नियंत्रण में हैं लेकिन भीड़ का दबाव बहुत बना हुआ है।