पुरस्कार : देशभर के इन 19 प्रतिभाशाली बच्चों को राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से किया सम्मानित, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की मुलाकात
लोक संस्कृति
राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस की तैयारियां तेज हो गई हैं। गणतंत्र दिवस से पहले देश के 19 प्रतिभाशाली बच्चों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राजधानी दिल्ली में प्रतिभाशाली बच्चों से मुलाकात की। इन बच्चों को कला और संस्कृति, बहादुरी, इनोवेशन, सोशल सर्विस और खेल के क्षेत्र में उनके असाधारण काम के लिए पुरस्कार दिया गया।
5 से 18 साल के बच्चों को दिए जाने वाला ये पुरस्कार इस बार नौ लड़कों और दस लड़कियों को दिया गया। इन पुरस्कार विजेताओं में आदित्य विजय ब्रम्हणे (मरणोपरांत), अनुष्का पाठक, अरिजीत बनर्जी, अरमान उबरानी, हेतवी कांतिभाई खिमसुरिया, इश्फाक हामिद, मोहम्मद हुसैन, पेंड्याला लक्ष्मी प्रिया, सुहानी चौहान, आर्यन सिंह, अवनीश तिवारी, गरिमा, ज्योत्सना अख्तर, सैयाम मजूमदार, आदित्य यादव, चार्वी ए, जेसिका नेई सरिंग, लिन्थोई चनंबम और आर सूर्य प्रसाद शामिल हैं।
आदित्य विजय ब्रम्हणे ने खेलते समय अपने चचेरे भाइयों हर्ष और श्लोक को नदी में डूबने से बचाने के लिए उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दे दी। उनके साहस और बलिदान के लिए उन्हें सम्मानित किया गया।
इस के बाद राजस्थान के 17 साल के आर्यन सिंह का नाम आता है। इन्होंने एक एआई साइंटिस्ट के तौर पर काम करते हुए एग्रोबूट बनाया है, जो किसानों के जीवन को आसान करने में मदद करेगा।
टेक्नोलॉजी की मदद से खेती की जा सकेगी। इसी प्रकार छत्तीसगढ़ के अरमान उभरानी को मैथ्स और साइंस में खास प्रदर्शन करने के लिए और ‘गूगल ब्वॉय’ की पदवी मिलने के बाद इस पुरस्कार से भी नवाजा गया है।
इस लिस्ट में अगला नाम गुजरात की 13 साल की हेतवी कांतिभाई खिमसुरिया का है। हेतवी सेरेब्रल पाल्सी से ग्रसित हैं। उन्हें असाधारण चित्रकारी के ले ये पुरस्कार दिया गया है। वे अपनी मासिक पेंशन भी दान करती है।
तेलांगना की 14 साल की पेंड्याला लक्ष्मी प्रिया को कुचिपुड़ी डांस के लिए, दिल्ली की 16 साल की सुहानी को सोलर एनर्जी से चलने वाले कृषि वाहन को बनाने के लिए और एमपी के 9 साल के अवनीश तिवारी को डाउन सिंड्रोम होने के बाद माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई करने के लिए पुरस्कृत किया गया।
हरियाणा की 9 साल की गरिमा देख नहीं सकती, लेकिन साक्षर पाठशाला चलाती हैं।
जम्मू-कश्मीर के 12 वर्षीय इशफाक हामिद रबाब और मटका के उस्ताद बन गए हैं, उन्हें विभिन्न उत्सवों के दौरान प्रशंसा मिल रही है और 2020 में भाई मर्दाना राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
बिहार के 16 वर्षीय एमडी हुसैन ने हस्तशिल्प कला में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और प्रशंसा हासिल की है। राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में, और यहां तक कि ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने स्वदेशी खिलौने भी भेंट किए।
अरुणाचल प्रदेश की नौ वर्षीय जेसिका नेयी सारिंग एक अत्यधिक कुशल बैडमिंटन चैंपियन हैं, जो लगातार विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्टता हासिल कर रही हैं।
मणिपुर के 17 वर्षीय लिनथोई चनंबम किसी भी आयु वर्ग में जूडो चैंपियनशिप जीतने वाले पहले भारतीय हैं, जिन्होंने साराजेवो में 2022 विश्व जूडो कैडेट्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किया।
आंध्र प्रदेश के 9 वर्षीय आर सूर्य प्रसाद, जिन्होंने पांच साल की उम्र में पर्वतारोहण का प्रशिक्षण शुरू किया, ने नौ साल की उम्र में माउंट किलिमंजारो पर चढ़ने की उपलब्धि हासिल की।