चमोली में युवाओं के लिए शुरू हुआ 13 दिवसीय हेयर ड्रेसिंग (hair dressing) का विशेष प्रशिक्षण
हेयर ड्रेसर में स्वरोजगार की है भरपूर संभावनाएं: सीडीओ
चमोली/लोक संस्कृति
मुख्य विकास अधिकारी डॉ ललित नारायण मिश्र की खास पहल पर सीमांत जनपद चमोली में युवाओं को हेयर ड्रेसिंग में करियर बनाने के लिए 13 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) के माध्यम से पहली बार इस तरह का प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है।
गुरूवार को मुख्य विकास अधिकारी ने हेयर ड्रेसिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जनपद के सभी विकासखंडों से युवा इसमें उत्साह के साथ प्रतिभाग कर रहे है।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि स्थानीय युवाओं की डिमांड पर हैयर कटिंग प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश में इस तरह का यह पहला प्रशिक्षण कार्यक्रम है।
उन्होंने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हेयर कटिंग एक आर्ट है। हेयर ड्रेसिंग में युवा कम संशाधनों में एक अच्छा स्वरोजगार खडा कर सकते है। गांव क्षेत्रों में हेयर ड्रेसर की बहुत डिमांड रहती है और प्रतिभाशाली युवा इसमें बहुत जल्दी सफलता पा सकते है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण लेने के बाद इच्छुक युवाओं को पीएमईजीपी से सब्सिडी पर ऋण भी उपलब्ध कराया जाएगा।
आरसेटी निदेशक ने बताया कि ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) में जनपद के 9 विकासखंडों के 24 युवाओं को हेयर ड्रेसिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण पूरा करने पर युवाओं को प्रमाण पत्र प्रदान करने के साथ ही स्वरोजगार खोलने में पूरी मदद दी जाएगी। उन्होंने बताया कि हेयर डेसिंग का आगे भी सतत रूप से प्रशिक्षण दिया जाएगा और जिले 100 लोगों को प्रशिक्षत करने का लक्ष्य रखा गया है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान परियोजना निदेशक आनंद सिंह, एपीडी केके पंत, लीड बैंक अधिकारी जीएस राणा, आरसेटी निदेशक मनोर सिंह असवाल, जीएमडीआईसी चंचल सिंह बोहरा, प्रशिक्षण समन्वयक देवेंद्र सिंह राणा, डीपीएम डीडीयू जीकेवाई सुरेन्द्र कुमार, मैनेजर राधे उनियाल आदि मौजूद थे।