प्रदेश में बेरोजगार युवाओं के लिए अच्छी खबर है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डेढ़ साल में 10 लाख सरकारी नौकरियां देने की घोषणा के बाद रेलवे मंत्रालय में भर्ती की कवायद तेजी से शुरू कर दी है।
इसके तहत भारतीय रेल में ग्रुप-डी (चतुर्थ श्रेणी) के एक लाख पदों पर भर्ती के लिए जुलाई से देशभर में कई चरणों में परीक्षाएं शुरू होंगी, जो सिंतबर में समाप्त हो जाएंगी।
इसमें 80% से अधिक पद रेल संरक्षा वर्ग के हैं। यात्री ट्रेनों को सुरक्षित चलाने का दायित्व इनके कंधों पर होता है।
रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ग्रुप डी (लेवल-1 ) में 103769 पद रिक्त हैं। कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) जुलाई के अंतिम सप्ताह में शुरू करना तय हुआ है।
इसके लिए तारीखों की घोषणा जल्द होगी। सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के बाद अब ग्रुप-डी को ग्रुप-सी दर्जा दिया गया है। हालांकि, यह चतुर्थ, श्रेणी यानी 1800 ग्रेड पे लेवल के कर्मचारी हैं।
ग्रुड-डी में प्रमुख रूप से संरक्षा से जुड़े कर्मचारियों की भर्ती होगी। इसमें गैंगमैन, ‘की-मैन, हेल्पर, खलासी, लाइनमैन, सिग्नल-ट्रैकमैन आदि हैं। इसकी अधिसूचना जनवरी 2019 में जारी की गई थी। जून 2023 तक नियुक्ति करने का काम पूरा कर लिया जाएगा।
अधिकारी बताया कि ग्रुप -डी के खाली पदों पर भर्ती के लिए जोन के रेलवे भर्ती सेल (आरआरसी) परीक्षा आयोजित कराएंगे। रेलवे के सभी 17 जोन में आरआरसी है।
यह परीक्षाएं देशभर में एक साथ एक दिन होंगी। जबकि अन्य खाली पदों पर भर्ती के लिए रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) परीक्षाएं आयोजित कराते हैं। देशभर में 21 आरआरबी हैं।
रेलवे ने सहायक लोको पॉयलेट (एएलपी) के 8200 और सहायक स्टेशन मास्टर (एएसएम) के 1800 खाली पदों पर भर्ती के लिए परीक्षाएं पूर्ण कर ली हैं।