देहरादून में डेंगू (dengue) रोकथाम अभियान के तहत काटे 20 चालान, ₹1 10,900 का अर्थदंड लगाया

dengue- डेंगू रोकथाम अभियान के तहत काटे 20 चालान, ₹1 10,900 का अर्थदंड लगाया

  • डेंगू संदिग्ध (dengue case)
    मामले पर फील्ड सर्वेक्षण में मरीज़ के आसपास के क्षेत्र में मिला मच्छरों के लार्वा की भरपूर मात्रा
  •  चालान काटने के निर्देश
  • मरीज़ का नाम : मोहम्मद मजहर (उम्र 37 वर्ष)
    पता : मुस्लिम बस्ती, कारगी ग्रांट, बनजारावाला
  • अस्पताल में भर्ती : दून मेडिकल कॉलेज, 24.09.2024, वार्ड 84

देहरादून/लोक संस्कृति

dengue- डेंगू रोकथाम अभियान के अन्तर्गत बुधवार को स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम को टीम द्वारा संवेदनशील क्षेत्रों में भ्रमण कर सोर्स रिडक्शन का कार्य किया गया। क्यू०आर०टी० टीम द्वारा दी गई सूचना के उपरांत नगर निगम की टीम द्वारा बंजारावाला क्षेत्र में कुल 20 लोगों के चालान किए गए, जिसमें ₹ 1,10,900 का अर्थदंड लगाया गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) और जिला सर्विलांस अधिकारी (डीएसओ) के आदेश पर आईडीएसपी और एनवीबीडीसीपी टीम ने मरीज़ के निवास स्थान पर फील्ड सर्वेक्षण सुनिश्चित किया। डेंगू के मामले (dengue case) की जानकारी मिलने पर तुरंत क्यूआरटी टीम द्वारा फील्ड सर्वेक्षण किया गया। टीम ने मरीज़ के क्षेत्र की स्थिति की जांच की, ताकि डेंगू के प्रकोप को रोका जा सके।

इस टीम के साथ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, एएफ मीनू पाल और अन्य वार्डों के स्वयंसेवकों ने भी भाग लिया।

सर्वेक्षण के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों द्वारा चिन्हित संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया।

फील्ड सर्वेक्षण में मरीज़ के आसपास के क्षेत्र में मच्छरों के लार्वा की भरपूर मात्रा पाई गई, जो एडीज मच्छरों (डेंगू मच्छर) के प्रजनन स्थल के रूप में कार्य कर रहे थे। टीम ने तुरंत इन लार्वा को नष्ट कर दिया और मरीज़ के क्षेत्र के पास का डंप यार्ड मच्छरों के प्रजनन और डेंगू के फैलाव का मुख्य हॉटस्पॉट पाया गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी के आदेशानुसार, नगर निगम के डेंगू नोडल अधिकारी डॉ. अविनाश खन्ना को सूचित किया गया, ताकि उक्त क्षेत्र में फॉगिंग और लार्वीसाइडल गतिविधियाँ की जा सकें। इसके साथ ही, उस क्षेत्र में भारी चालान लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं।

यह गतिविधियाँ आगे भी क्यूआरटी टीम, नगर निगम, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, और पर्यवेक्षकों द्वारा डेंगू नियंत्रण के लिए जारी रहेंगी।

इस टीम का नेतृत्व डॉ. पियूष ऑगस्टिन (एपिडेमियोलॉजिस्ट), डॉ. मनीषा बिष्ट (जिला वीबीडी सलाहकार), और तकनीशियन आशीष किमोठी ने किया।