अनंत चतुर्दशी : आज गणेशोत्सव का होगा समापन, देशभर में गणपति बप्पा की विदाई शुरू, भक्ति और जयकारों से गूंजी मुंबई

अनंत चतुर्दशी : आज गणेशोत्सव का होगा समापन, देशभर में गणपति बप्पा की विदाई शुरू, भक्ति और जयकारों से गूंजी मुंबई

लोक संस्कृति डेस्क

आज अनंत चतुर्दशी है। देशभर में गणेशोत्सव का आज अंतिम दिन है। अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति विसर्जन किया जाता है। इस दिन का विशेष महत्व है क्योंकि यह भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। श्रद्धालु गणपति बप्पा को विदाई देते हुए ‘गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ’ के जयकारे लगाते हैं। मुंबई में पुलिस प्रशासन ने उसके लिए खास तैयारी की है। मुंबई में करीब 1.80 लाख से ज्यादा मूर्तियां विसर्जित की जाएंगी। इनमें 6,500 गणेश पंडाल और 1.75 लाख घरेलू मूर्तियां हैं। इन्हें शहर के विभिन्न तटों, जलाशयों और 205 कृत्रिम झीलों में विसर्जित किया जाएगा।

कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुंबई में 21,000 पुलिसकर्मी तैनात होंगे। पुलिस पहली बार रूट मैनेजमेंट के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल करेगी। अनंत चतुर्दशी पर गणपति बप्पा की विदाई ने पूरे मुंबई शहर को भावुक कर दिया है।

10 दिनों तक चली भक्ति और उत्सव की धूमधाम के बाद आज गणपति विसर्जन का शुभ मुहूर्त शुरू हो चुका है। ‘गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ’ के गगनभेदी जयकारों से मुंबई की गलियां, चौक और समुद्र तट गूंज उठे हैं। विसर्जन के लिए मुंबई के गिरगांव चौपाटी, जुहू बीच, मालाड और वर्सोवा सहित कई प्रमुख तटों पर भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। जगह-जगह भक्ति गीतों, ढोल-ताशों और नृत्य के बीच बप्पा को विदाई दी जा रही है। भक्तों की आंखों में विदाई की नमी है, लेकिन दिल में अगली बार बप्पा के जल्दी आने की उम्मीद भी।

पूरे शहर का माहौल श्रद्धा, आस्था और उत्सव की भावना से सराबोर है। वहीं हैदराबाद में इस वर्ष अनंत चतुर्दशी के अवसर पर लगभग 1.4 लाख गणपति मूर्तियों का विसर्जन किया जा रहा है। पूरे शहर में दर्शन, संगीत और सांस्कृतिक आयोजनों के साथ उत्सव का रंग बिखरा हुआ है।

प्रमुख विसर्जन स्थल जैसे हुसैन सागर झील और अन्य अनेक झीलों पर भक्त-जन पहुंच कर बप्पा को भावपूर्ण विदाई दे रहे हैं।