- हारकर और उससे लड़कर जितने वाला होता है खिलाड़ी-रेखा आर्य
- हार से नही चाहिए घबराना बल्कि हार से सीखकर बढ़ना चाहिए जीवन मे आगे-रेखा आर्य
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और खेल मंत्री रेखा आर्या ने किया खेल रत्न,द्रोणाचार्य और लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से खिलाड़ियो और प्रशिक्षकों को सम्मानित
- 168 पदक विजेता खिलाड़ियों एवं 42 प्रशिक्षकों को नकद पुरस्कार से मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित
- प्रदेश के खिलाड़ियो द्वारा किया जा रहा है देश और प्रदेश का नाम रोशन-मुख्यमंत्री
*देहरादून*: आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और खेल मंत्री रेखा आर्या परेड ग्राउंड स्थित बहुउद्देश्यीय क्रीड़ा भवन पहुंचे जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कर कमलों द्वारा “देवभूमि उत्तराखण्ड खेलरत्न पुरस्कार”, “देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचार्य पुरस्कार”, “लाईफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार” एवं वर्ष 2021 एवं 2022 के राष्ट्रीय स्तर के 168 पदक विजेता खिलाड़ियों एवं 42 प्रशिक्षकों को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया,साथ ही खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों को कुल रू० 2.08 करोड़ की धनराशि भी इस अवसर पर वितरित की गई।
बता दे कि आज परेड ग्राउंड स्थित नवीन बहुउद्देश्यीय क्रीड़ा भवन में खेल विभाग द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में देवभूमि उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरस्कार वर्ष 2019-20 के लिए बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन, देवभूमि उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरस्कार वर्ष 2020-21के लिए एथलेटिक्स खिलाड़ी चन्दन सिंह, देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचार्य पुरस्कार वर्ष 2019-20 के लिए बैडमिन्टन प्रशिक्षक धीरेन्द्र कुमार सेन ,देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचार्य पुरस्कार वर्ष 2020-21 के लिए ताईक्वांडो प्रशिक्षक कमलेश कुमार तिवारी,देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचार्य पुरस्कार वर्ष 2021-22 के लिए तीरंदाजी प्रशिक्षक संदीप कुमार डुकलान,वर्ष 2021-22 का लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार सुरेश चन्द्र पाण्डे को एथलेटिक्स खेल में उल्लेखनीय योगदान हेतु प्रदान किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी को बधाई दी।उन्होंने कहा कि सरकार व विभाग के द्वारा खिलाड़ियो की खेल प्रतिभा निखारने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है।खेल विभाग के जरिये कई सारी योजनाए चलाई जा रही है।उन्होंने कहा कि आज हमारे खिलाड़ी अपने खेल की प्रतिभा से देश एवं प्रदेश का नाम रोशन कर रहे है।मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम खिलाड़ियो और उनके प्रशिक्षकों को सम्मानित नही कर रहे बल्कि हम सम्मानित हो रहे है और गर्व महसूस कर रहे है क्योंकि आप प्रशिक्षकों ने ही इन खिलाड़ियो को तराशने का काम किया है जिसकी बदौलत आज यह राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं। कहा कि हमारे प्रदेश में प्रतिभाओ की कमी नही है बल्कि उन्हें तरासते हुए आगे बढ़ाने की जरूरत है और सरकार लगातार यह कार्य कर रही है कहा कि कभी भी जीवन मे हारकर डरना नही चाहिए बल्कि उससे सीख लेते हुए आगे बढ़ना चाहिए।
वहीं इस अवसर पर प्रदेश की खेल मंत्री रेखा आर्या ने अपने संबोधन में सभी को बधाई व शुभकामनाएं दी।उन्होंने कहा कि बीते एक वर्ष के दौरान खेल विभाग ने कई अहम फैसले लिए।चाहे वह मुख्यमंत्री उदयीमान उन्नयन योजना हो ,खेल नीति हो या अन्य हो।आज खेल छात्रवर्ती योजना के जरिये हम 8 से 14 वर्ष के बच्चो को खेल के प्रति तैयार कर रहे है,उन्हें खेल के लिए साधन व संसाधन मुहैया करा रहे हैं ताकि आने वाले समय में वह राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलते हुए देश व प्रदेश के लिए मेडल लाए।
खेल मंत्री ने कहा कि कोरोना के कारण खेल विभाग इन पुरस्कारों का वितरण नही कर पाया था इसलिए इन पुरस्कारों के वितरण में विलंब हुआ।कहा कि माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी ने हल्द्वानी में खेल विश्वविद्यालय बनाये जाने की घोषणा की है जिसके लिये वह उनका धन्यवाद व आभार व्यक्त करती हैं।कहा कि निश्चित ही आने वाले समय मे यह यूनिवर्सिटी खिलाड़ियों के लिए शैक्षिक और खेल के दृष्टिकोण से लाभकारी सिद्ध होगी।वही उन्होंने 2024 में राज्य में होने जा रहे 38वे राष्ट्रीय खेलो को लेकर कहा कि यह हमारे राज्य के लिए गर्व की बात है कि हमे इसकी मेजबानी करने का अवसर मिला है।राष्ट्रीय खेलों के लिए सभी तैयारियों को समय से पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।
इस अवसर पर राजपुर विधायक श्री खजानदास जी,विशेष प्रमुख सचिव खेल श्री अभिनव कुमार जी,निदेशक खेल श्री जितेंद्र सोनकर जी सहित विभागीय अधिकारी,खिलाड़ी और उनके माता-पिता उपस्थित रहे।